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(24) Pryag Madheswari shaktipeeth

(24) प्रयाग माधेश्वरी शक्तिपीठ
















प्रयाग माधेश्वरी शक्तिपीठ इलाहाबाद के प्रयाग में स्थित है यहां पर सती देवी की उंगलियां गिरी थी । इलाहाबाद में एलोपीबाग में स्थित शक्तिपीठ पवित्र संगम गंगा , सरस्वती और जमुना नदिंयों पर स्थित है । प्रयाग माधेश्वरी एक आलोपी माता /ललिता के रूप मंे जानी जाती है । 















पौराणिक मान्यताओं के अनुसार तीन कथाएं मशहूर हैं 1. अलोपी का नाम प्रयाग में सती देवी के शरीर के पिछले भाग का जमीन पर गिर जाने से हुआ । पर वहां कुछ न मिलने से नाम अलोवी (गायब) हो गया पड़ा । 2. वैसे तो हर मंदिर में कम से कम एक मूर्ति या एक प्रतीक देवी की पूजा होती है लेकिन यहां कोई मूर्ति या प्रतीक नहीं है 



अगर कुछ है तो एक लकड़ी का झूला जिस पर देवी उपस्थित है एक कल्पना के रूप में नाम है अलाीपी । 3. एक स्थानीय कहानी के अनुसार अलोपी माता एक नवविवाहित दुल्हन है पर लुटेरों ने शादी के समय हमला किया तब वे पालकी से गायब हो गई । 



दुल्हन एक चमत्कारिक रूप में गायब हो गयी वही अलोपी माता के रूप मंे पूजी जाती हैं । यह मशहूर लोगों द्वारा माता जेई का मंदिर (या ललिता) के रूप में कहा जाता है । प्रयाग में  ब्रहमा ने एक बहुत महान यज्ञ किया जिसका मतलब है कि प्रयाश्चित यज्ञ, इसका मतलब है इसलिए इसका नाम प्रयाग बन गया । प्रयाग सप्त मोक्ष पुर मंे से एक के रूप में माना जाता है । इस जगह को सभी तीर्थो का राजा कहते हैं मतलब तीर्थ राज कहा जाता है ।



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