राशि
अनुसार करें भगवान
गणेश का पूजन:
2. वृषभ
राशि - सिद्धिविनायक गणेश ( दूधिया गणेश
)
भगवान
गणेश आदिदेव माने
गए हैं. उनका
पूजन करने से
धन-धान्य बढ़ता
है. ज्योतिषीय राशिनुसार
भगवान गणेश का
पूजन और आराधना
करने से सभी
प्रकार की समस्याएं
जैसे रोग, आर्थिक
समस्या, भय, नौकरी,
व्यवसाय, मकान, वाहन, विवाह,
संतान, प्रमोशन आदि संबंधित
सभी समस्याओं का
समाधान हो जाता
है ।
वृषभ
राशि वालो को
विवादों में विजय
मिलेगी ,वं गणेशजी
की सेवा करने
से कोई अटका
हुआ काम पूरा
होगा। मित्रों से
सहयोग प्राप्त होगा। वृषभ
राशि वाले लोगों
के लिए दूधिया
रंग के श्रीगणेशजी
की आराधना करना
उत्तम होता है। प्रतिदिन
श्रीगणेश को सफेद
फूल पर इत्र
लगाकर नौ दूर्वा
के साथ अर्पित
करें व सफेद
लड्डू का भोग
लगायें। पूजा
करते समय ऊँ
ं ऊँ ं
मंत्र का जाप
करें। इस
प्रकार श्रीगणेश का पूजन
करने पर वृषभ
राशि वाले लोगों
को सभी कार्य
में सफलता व
सिद्धि प्राप्त
हो सकती है।
वृष
राशि के गणेश
- विनायक हैं एवं
उन्हें भोग- मिश्री,
शक्कर, नारियल से बने
लड्डू से लगायें
। वृषभ
राशि वालों को
गणेशजी के शक्ति
विनायक रूप की
आराधना करना चाहिए
और उन्हें भी
गंः या ॐ
हीं ग्रीं हीं मंत्र
की एक माला
प्रतिदिन जपकर घी
में मिश्री मिलाकर
भोग लगाएं. निश्चित
ही उन्हें सभी
तरह की समस्याओं
का समाधान मिलेगा...
विशेष रूप् से हनुमान
या गणेश मंदिर
में मंगलवार को
शुद्ध घी का
दोमुखी दिया लगाएं.
आमदनी में दिक्कत
हो तो केसर
का टीका माथे
पर लगाएं ।
वृषभ राशि वालों
को चाहिए कि
वे रात गाय
के घी के
दो दीपक जलाकर
उन्हें किसी एकांत
स्थान अपनी मनोकामना
बताते हुए पर
रख आएं। शीघ्र
ही आपकी हर
मनोकामना पूरी हो
जाएगी।
यदि बहुत
पैसा कमाने के
बावजूद भी आप
उसे सेविंग नहीं
कर पा रहे
हैं तो लक्ष्मी
पूजन के साथ-साथ कमल
के फूल का
भी पूजन करें
तथा बाद में
इस फूल को
लाल कपड़े में
बांधकर अपने धन
स्थान यानी तिजोरी
या लॉकर में
रखें। स्फटिक या
कमलगट्टे की माला
से इस मंत्र
का जप करें-
ॐ ऐं क्लीं
श्रीं।
Comments
Post a Comment