राशि अनुसार करें भगवान गणेश का पूजन
11. कुंभ राशि - सर्वेश्वर रूप गणेश ( आसमानी गणेश )
भगवान गणेश आदिदेव माने गए हैं. उनका पूजन करने से धन-धान्य बढ़ता है. ज्योतिषीय राशिनुसार भगवान गणेश का पूजन और आराधना करने से सभी प्रकार की समस्याएं जैसे रोग, आर्थिक समस्या, भय, नौकरी, व्यवसाय, मकान, वाहन, विवाह, संतान, प्रमोशन आदि संबंधित सभी समस्याओं का समाधान हो जाता है. राशि अनुसार भगवान गणेश का पूजन:
कुंभ राशि- शुभ समाचारों की प्राप्ति होगी एवं संतान भी अनुकूल रहेगी। यात्रा में कोई परेशानी हो सकती है। धार्मिक कार्य करने का मौका मिलेगा। कुंभ राशि वाले लोगों को आसमानी रंग की गणेश प्रतिमा की आराधना करनी चाहिए। श्रीगणेश पर सिंदूर का तिलक रोज लगाएं व उनके मस्तक के मध्य में हल्दी का तिलक लगाएं। रोज हाथी को मोदक या गुड़-रोटी खिलाएं व भगवान श्रीगणेश को 108 दूर्वा चढ़ाएं, जिससे समस्त रुके हुए कार्य में सफलता अच्छी प्राप्त हो सके। 4- प्रतिदिन ऊँ गं गणपतयै नमरू का जाप करें।
कुंभ- गणेश- सर्वेश्वर रूप, मंत्र- ॐ सर्वेश्वराय नमः। , भोग- गुड़ के लड्डू व हरे फल।
कुंभ राशि वालों को भी सर्वेश्वर गणेशजी की पूजा करना चहिए और श्ॐ गण मुक्तये फट् मंत्र की एक माला रोज जपना चाहिए. इससे सभी तरह के कष्टों का निवारण होगा.... कुंभ रू ध्यान रखें कि आपके यहां से कोई भूखा न जाएं और भोजन में कभी भी ऊपर से नमक न डालें. मंगल, गुरु या रविवार का व्रत रखें ।
कुंभ राशि वालों की अक्सर अपने जीवन साथी के साथ नहीं बनती है तो खीर बनाएं इसका भोग लक्ष्मी को लगाएं और फिर स्वयं भी खाएं। इससे पारिवारिक जीवन में मधुरता आएगी। धन प्राप्ति के लिए नारियल के कठोर आवरण में घी डालकर लक्ष्मीजी के समक्ष दीपक जलाएं। यह दीपक रात भर जलने दें। स्फटिक या कमलगट्टे की माला से इस मंत्र का जप करें- ॐ ह्रीं ऐं क्लीं श्रीं।
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