सावन का पहला सोमवार 2017 -
शिव की पूजा व व्रत का महत्व
सावन
के महीने में
सोमवार के दिन
का विशेष महत्व भगवान
शिव को प्रसन्न
कर अपनी कामना
पूरी करवाने का
माना गया है
। विधि विधान
से शिव की
पूजा व व्रत
करने से भोले
प्रभु भक्तों की
मनचाही मनोकामनाएं पूरी कर
देते हैं ।
भगवान शिव का
अलग अलग चीजों
से रुद्राभिषेक कर
मनोकामना पूरी कर
सकते हैं । पंचामृत से
शिव लिंग का
अभिषेक करने पर
हर प्रकार के
कष्टों का निवारण
होता है ।
गाय के दूध
से रुद्राभिषेक करने
से मनुष्य को
यश और लक्ष्मी
की प्राप्ति होती
है तथा घर
में खुशहाली आती
है. घर से
हर प्रकार के
कलह एवं कलेश
दूर होते हैं
। भगवान
शंकर को गंगा
जल परम प्रिय
है, इसी कारण
गंगा को भगवान
शिव ने अपनी
जटाओं में धारण
कर रखा है
।
गाय
के शुद्घ देसी
घी से अभिषेक
करने पर मनुष्य
दीर्घायु को प्राप्त
करता है तथा
वंश की वृद्घि
होती है ।
गाय के शुद्घ
देसी घी से
अभिषेक करने पर
मनुष्य दीर्घायु को प्राप्त
करता है तथा
वंश की वृद्घि
होती है ।
गन्ने के रस
से अभिषेक करने
पर घर में
लक्ष्मी का सदा
वास रहता है
तथा किसी वस्तु
की कभी कोई
कमी नहीं रहती
। सरसों
के तेल के
साथ रुद्राभिषेक करने
पर शत्रुओं का
नाश होता है
तथा स्वयं को
हर क्षेत्र में
विजय की प्राप्ति
होती है ।
सुंगधित तेल
चढ़ाने से भोगों
की प्राप्ति होती
है । शहद से
अभिषेक करने पर
हर प्रकार के
रोगों का निवारण
होता है तथा
यदि पहले ही
कोई रोग लगा
हो तो उससे
छुटकारा भी मिलता
है । मक्खन
से अभिषेक करने
पर अति उत्तम
संतान सुख की
प्राप्ति होती है.
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