Skip to main content

Posts

Showing posts from April, 2015

FISH PEARL

. मछली मणि / फिस पर्ल . मछली मणि जिसे मछली मोती , मीणा मुक्ता और फिस पर्ल नाम से भी जाना जाता है और जिसे अनमोल खजाना कहा गया है , यह मछलियों के भीतर का गठन ब्राउन सफेद रंग का पत्थर जो पारदर्षक होता है।   मछली मणि एक बहुत ही अनमोल रत्न है जिसे अपने घर में रखने से सुरक्षा , अच्छा स्वास्थ्य , धन और  ख़ुशी   की कमी कभी नहीं होती है । यह रत्न विभिन्न आकार में मिलता है ।   मछली मणि वास्तु दोषों को दूर करता है जिसमें भगवान वरूण का   आशीर्वाद   छिपा हुआ है जो कि हमें समृद्धि देता है । मछली मणि से  खुशी , उच्च बौद्धिक क्षमता , प्रेम प्रसंग में सफलता एवं अपार संपत्ति प्राप्त होती है । मछली मणि अपने पास रखने से बहुत जल्द ही आध्यात्मिक   शक्ति  होने का एहसास हो जाता है   ।

Chandra Mani / Moti ( Pearl)

चंद्र मणि / मोती ( पर्ल ) मोती जिसका लैटिन नाम परणा है से अस्तित्व में आया जो कि कोड़ी की एक किस्म है । गोल एवं कोमलता वाले मोती को आदर्ष मोती रत्न माना गया हैं   । मोती चन्द्रमा का रत्न है। अच्छी गुणवत्ता वाले प्राकृतिक मोती प्राचीन काल से ही बहुत मूल्यवान रहे हैं। इनका रत्न के रूप में या सौन्दर्य प्रसाधन के रूप में इस्तेमाल होता रहा है। मोती रत्न दूसरे रत्नों के मुकाबले कम समय तक चलता है , क्योंकि मोती एसिड , सूखेपन और नमी से बहुत जल्द प्रभावित होता है। अति प्राचीन काल के बाद से मोती रत्न को सुंदरता एवं शुद्धता के प्रतीक के रूप में देखा जाता है। शुद्घ मोदी कोमल एवं चमकदार गोल रत्न है , जो सीप के खोल के अंदर पाया जाता है एवं बिवालवे मोलस्क की प्रजाति है।   दुर्लभ मोती बहुत कीमती रत्नों के रूप में मूल्यवान है। मोती सफेद , काला , लाल , नीला , भूरा , हलका पीला या गुलाबी रंग का होता है। प्राकृतिक मोती लगभग शत प्रतिशत कैल्

NAG MANI

नागमणि नागमणि यानी जहरीले नाग से निकला वो पत्थर जिसके बारे में कहा जाता है कि वो जिस इंसान के हाथ लग जाए उसकी किस्मत बदल देता है . इस पत्थर के बारे में अब से पहले लोग बस सुनते और पढ़ते ही आए थे . मगर पहली बार नागमणि का वो सच जिसे जानने के लिये लोग मुंह मांगी कीमत चुकाने को तैयार हैं ।   नागमणि - ऐसी मान्यता है कि कुछ साँपों के सिर पर मणि होती है। मणि बहुत ही अमूल्य और नीले रंग की मानी गई है। इस मणि के कई चमत्कार हैं। मणि का होना उसी तरह है जिस तरह की अलाउद्दीन के चिराग का होना। भारतीय पौराणिक और लोक कथाओं के अनुसार नागमणि को भगवान शेषनाग धारण करते हैं।   नागमणि सिर्फ नागों के पास ही होती है। नाग इसे अपने पास इसलिए रखते हैं ताकि उसकी रोशनी के आसपास इकट्ठे हो गए कीड़े - मकोड़ों को वह खाता रहे। हालांकि इसके अलावा भी नागों द्वारा मणि को रखने के और भी कारण हैं। नागमणि का रहस्य आज भी अनसुलझा हुआ है। ऐस