मौनी अमावस्या -2015
मौनी अमावस्या हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र अमावस्या मानी जाती है इस दिन पवित्र नदियों जैसे गंगा, यमुना, नर्मदा आदि में डूबकी लगाने शुभ माना जाता है । इस साल यह 19 जनवरी 2015 को 21ः57 शुरू होगी और 18ः43 पर समाप्त होगी । इस दिन पूर्ण मौन पालन करने का प्रावधान है ।
मान्यता के अनुसार इस दिन पवित्र नदी का पानी अमृत में बदल जाता है । इस दिन लोग एक दिन पूरे दिन में एक शब्द भी नहीं बोलते है एवं उपवास रख कर चुप्पी का पालन करते हैं । प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन मनु ऋषि इस दुनिया में प्रकट हुए थे यह वही दिन है जिस दिन ब्रहमांड बनाया गया था और इसी दिन सूर्य और चंद्रमा मकर राशि पर हस्ताक्षर में प्रवेश करती है ।
यह दिन व्रत कर इंद्रियों को नियंत्रित करने और भगवान नारायण की सेवा में उन्हें शामिल करने के लिए माना जाता है । इस दिन जरूरतमंद संतों को भोजन, पैसे और कपड़े दान करते हैं ।
मौनी अमावस्या हिन्दू धर्म में सबसे पवित्र अमावस्या मानी जाती है इस दिन पवित्र नदियों जैसे गंगा, यमुना, नर्मदा आदि में डूबकी लगाने शुभ माना जाता है । इस साल यह 19 जनवरी 2015 को 21ः57 शुरू होगी और 18ः43 पर समाप्त होगी । इस दिन पूर्ण मौन पालन करने का प्रावधान है ।
मान्यता के अनुसार इस दिन पवित्र नदी का पानी अमृत में बदल जाता है । इस दिन लोग एक दिन पूरे दिन में एक शब्द भी नहीं बोलते है एवं उपवास रख कर चुप्पी का पालन करते हैं । प्राचीन धार्मिक ग्रंथों के अनुसार मौनी अमावस्या के दिन मनु ऋषि इस दुनिया में प्रकट हुए थे यह वही दिन है जिस दिन ब्रहमांड बनाया गया था और इसी दिन सूर्य और चंद्रमा मकर राशि पर हस्ताक्षर में प्रवेश करती है ।
यह दिन व्रत कर इंद्रियों को नियंत्रित करने और भगवान नारायण की सेवा में उन्हें शामिल करने के लिए माना जाता है । इस दिन जरूरतमंद संतों को भोजन, पैसे और कपड़े दान करते हैं ।
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