करवा चौथ व्रत एवं पूजा का महत्व सुहागिन या पतिव्रता स्त्रियों के लिए करवा चौथ बहुत ही महत्वपूर्ण व्रत है। यह व्रत कार्तिक कृष्ण की चंद्रोदय व्यापिनी चतुर्थी को किया जाता है। सुहागिन महिलाओं के लिये यह दिन काफी अहम है क्योंकि वह यह व्रत पति की लंबी आयु और घर के कल्याण के लिये रखती हैं। करवा चैथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह व्रत केवल शादी - शुदा महिलाओं के लिये ही होता है। अक्सर महिलाएं अपनी मां या फिर अपनी सास से करवा चैथ करने की विधि सीखती हैं लेकिन अगर आप अपने घर से दूर रहती हैं और यह व्रत करना चाहती हैं तो इसकी विधि जाननी जरुरी है। आइये जानते क्या है करवा चौथ के व्रत की सही विधि - सूर्योदय से पहले स्नान कर के व्रत रखने का संकल्प लें और सास दृारा भेजी गई सरगी खाएं। सरगी में , मिठाई , फल , सेंवई , पूड़ी और साज - श्रंगार का समान दिया जाता है। सरगी में प्याज और लह